Why did you becomeThe colour of hatred?And, of separation?And the colour of sovereignty?Aren’t you one, among the three?When did you decideTo shine alone, bright?And when did you decideTo march ahead, alone?When did you decideTo transgress the sacred text?When did you become, so adamant?When did you decide,To fuse other colours?You were beautifulSaffron White and GreenWho gave […]
एक यायावर … एक आवारा … समाज के स्याह कोनो को करीब से देखने, छूने और जीने की हसरत … क्लासरूम के बाहर की पढ़ाई पर ज्यादा यकीन ... फिलहाल रोजी रोटी के लिए ग्रहीय विज्ञान के सूत्रों के साथ माथा पच्ची जारी… अपनी पहचान को लेकर खासा जद्दोजहद का शिकार, वैसे कई चेहरे है इस एक चेहरे के पीछे, जिसको जो मर्जी है वो देख ले… अन्धविश्वास और अतार्किकता, कतई बर्दास्त नहीं... फिल्म-साहित्य-संगीत-राजनीति-दर्शन-समाजशास्त्र पर बिना घडी देखे 'बकैती' में माहिर … अभिव्यक्ति की आजादी पर कोई समझौता मुमकिन नहीं… पायरेसी को समान नागरिक अधिकारों के संघर्ष के हथियार की तरह देखते हुए इसका समर्थन … 'कॉपीलेफ्ट' में पूरा यकीन…
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